योगी सरकार का बड़ा ऐलान पीपीपी मॉडल के आधार पर 18 बस अड्डे विकसित किये जायेंगे, फटाफट देखे स्टेशनों के नाम
Bus stands developed on PPP model in india पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाले बस अड्डों में यात्रियों के लिए लाउंज, मॉल, रेस्तरां और अन्य सुविधाएं होंगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि जिन पांच बस अड्डों को डेवलपर्स ने पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिए चुना है, उनका शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा नवरात्र के दौरान किया जाएगा। ये बस अड्डे यात्रियों के लिए लाउंज, मॉल, रेस्तरां और अन्य सुविधाएं प्रदान करेंगे।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में प्रदेश में परिवहन निगम के 18 और बस अड्डों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित करने के लिए दोबारा टेंडर आमंत्रित करने और टेंडर शर्तों में संशोधन को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले पांच बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिए डेवलपर्स के चयन की प्रक्रिया हो चुकी है।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि 18 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर एयरपोर्ट की तरह विकसित किया जायेगा. इनमें साहिबाबाद (गाजियाबाद), बुलंदशहर, ट्रांसपोर्ट नगर और ईदगाह (आगरा), पुराना बस अड्डा मथुरा, वाराणसी कैंट, झकरकटी (कानपुर), जीरो रोड (प्रयागराज), मीरजापुर, अमौसी और चारबाग (लखनऊ), रायबरेली, सिविल लाइंस शामिल हैं। बरेली, इनमें मेरठ, गढ़मुक्तेश्वर, रसूलाबाद (अलीगढ़), अयोध्या और गोरखपुर में रेलवे स्टेशनों के सामने बस अड्डे शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाले इन बस अड्डों में यात्रियों के लिए लाउंज, मॉल, रेस्तरां और अन्य सुविधाएं होंगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि जिन पांच बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिए डेवलपर्स का चयन किया गया है, उनका शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा नवरात्र के दौरान किया जाएगा।