Sports News Without Access, Favor, Or Discretion!

  1. Home
  2. BIG BREAKING

योगी कैबिनेट का बड़ा फैसला- डॉक्टरों की बढ़ी रिटायरमेंट उम्र सीमा, बचे ये पद

Yogi Cabinet Meeting 

Yogi Cabinet Meeting चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) संवर्ग के इन डॉक्टरों को 62 वर्ष की आयु में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प दिया जाएगा। यदि वह प्रशासनिक पद छोड़कर अस्पतालों में चिकित्सक के रूप में काम करने को इच्छुक हैं, तो वह अगले तीन वर्षों तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे।
चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) संवर्ग के इन डॉक्टरों को 62 वर्ष की आयु में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प दिया जाएगा। यदि वह प्रशासनिक पद छोड़कर अस्पतालों में चिकित्सक के रूप में काम करने को इच्छुक हैं, तो वह अगले तीन वर्षों तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे।

लेवल वन से लेवल फोर यानी संयुक्त निदेशक स्तर तक के अधिकारियों की सशर्त सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ा दी गई है। लेवल पांच से लेवल सात तक के अतिरिक्त निदेशक, निदेशक और महानिदेशक स्तर के अधिकारी वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होंगे

लेवल IV के संयुक्त निदेशक ग्रेड के जिन चिकित्सा अधिकारियों को प्रशासनिक पद छोड़ने पर 65 वर्ष की आयु तक सेवा करने का अवसर मिलेगा उनमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी, प्राचार्य (प्रशिक्षण केंद्र), जिला कुष्ठ रोग शामिल हैं। अधिकारी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हैं।

दूसरी ओर, प्रशासनिक पदों के सापेक्ष कार्यरत अतिरिक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी, स्तर छह के निदेशक और स्तर छह के महानिदेशक की सेवानिवृत्ति की आयु नहीं बढ़ाई गई है। की उम्र में वह रिटायर हो जायेंगे उनकी सेवानिवृत्ति की आयु इसलिए नहीं बढ़ाई गई क्योंकि उन्हें अस्पतालों में अपने से कनिष्ठ अधिकारियों के अधीन काम करना पड़ेगा जो उचित नहीं है।

पीएमएस कैडर के डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु पहले 28 नवंबर, 2001 को 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी गई थी और बाद में 31 मई, 2017 को 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष कर दी गई। उस समय चिकित्सकों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प नहीं दिया गया था।

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डाॅ. सचिन वैश्य एवं महासचिव डाॅ. अमित सिंह ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प देने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने शीघ्र पदोन्नति और स्पेशल एश्योर्ड करियर प्रमोशन (एसएसीपी) की भी मांग की।

Latest News

You May Also Like