ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को होगा दोगुना फायदा, चिल्ला एलिवेटेड रोड का काम हुआ शुरू, वाहन चालकों को जल्द मिलेगी राहत
chilla elevated road चिल्ला बॉर्डर से महामाया नॉटिलओवर तक बनने वाले एलिवेटेड रोड के लिए एक महीने का इनसाइड टेंडर जारी किया जाएगा। इसके बाद दिसंबर अंत या जनवरी 2024 से काम शुरू होने की तैयारी है। काम शुरू होने के बाद एलिवेटेड रोड तैयार होने में लगभग एक साल का समय लगा। उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम टेंडर जारी करना चाहता है। पूर्ण कार्यकारी अधिकारी के पर्यवेक्षक के पास रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि एलिवेटेड रोड का बजट 787 करोड़ 31 लाख 62 रुपये तय किया गया है। इस टेंडर को जारी करने से पहले प्रोजेक्ट की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट को लेकर अंतिम जांच की जाती है। वित्त विभाग से जांच का काम पूरा हो चुका है, विभाग से जांच का काम अंतिम चरण में है। तीन-चार दिन में विधि विभाग रिपोर्ट लगाएंगे।
इसके बाद अधिकार की ओर से टेंडर जारी करने की अनुमति सेतु निगम को दे दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि नवंबर के पहले हफ्ते में एलिवेटेड रोड के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा। ऐसे में जनवरी से काम शुरू होने की तैयारी है। इस प्रोजेक्ट पर शासन और अधिकार 50-50 प्रतिशत राशि मिलकर काम करेंगे।
इस बारे में अथॉरिटी के डीजीएम श्रीपाल भाटी का कहना है कि कुछ कारणों से हिल एलिवेटेड रोड का काम रुका हुआ है। अब एक हफ्ते के लिए इनसाइड टेंडर जारी करने से पहले कर्मचारियों की अथॉरिटी पूरी करा देगी। इसके बाद नवंबर के पहले सप्ताह तक सेतु निगम इसके टेंडर जारी कर देगा। इसके बाद दो से तीन महीने के भीतर काम शुरू करने की कोशिश की गई।
चिल्ला एलीव ने बताया कि रोड न बने का खज़ाना वाहनों को रोजमर्रा के जाम में फंसाकर पासपोर्टना पड़ रहा है। रोजाना सुबह-शाम वाहन चालक महामाया मेटलओवर से चिल्ला सीमा के बीच जाम में फंस रहे हैं। जुड़े समय में करीब साढ़े पांच किलोमीटर इस हिस्से को पार करने में लोगों को एक घंटे तक का समय लगता है। दिन में इसी रास्ते को पार करने में सात-आठ से लेकर दस मिनट तक का समय लगता है। यहां जाम लगने का मुख्य कारण संप्रदाय की संख्या के साथ सड़क की चौड़ाई कम होना है।
दलित प्रेरणा स्थल के सामने परेशानी हो रही है एक्सप्रेसवे तक आफत
ग्रेटर एक्सप्रेसवे से आने वाले समय में दिल्ली-जाने वालों को कई बार एलिवेटेड रोड नहीं बनने की वजह से लंबा जाम लगना है। दलित प्रेरणा स्थलों के सामने और फिल्म सिटी के सामने सड़क की चौड़ाई काफी कम है। इस कारण से सुबह के समय समुदाय की कतार के पीछे की ओर एक्सप्रेसवे तक पहुंच जाती है। सेक्टर-125 एमिटी यूनिवर्सिटी कट के सामने तक जाम लग जाता है।
काम में इस बार बजट का अडांगा न हो, इसके लिए चयन से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। मोशन पावर नेशनल मास्टर प्लान योजना के माध्यम से 100 करोड़ रुपये भी प्राधिकरण ने प्राप्त कर लिए हैं। भारत सरकार की हाईस्पेशल असिस्टेंस टू स्टाफ फार कैपिटल इन्वेस्टमेंट 2023-24 योजना के तहत यह पैसा मिला है।
करीब तीन महीने पहले यूपी कैबिनेट ने एलिवेटेड रोड की कीमत 787 करोड़ रुपये लगाई थी। अब सेतु निगम ने हाल ही में 153 करोड़ रुपये और बजट बढ़ाने की मांग की है। इससे संबंधित पत्र प्राधिकारी को भेजा गया है। अधिकारिक ने दस्तावेज़ से दस्तावेज़ीकरण करते हुए शासन को पत्र-निर्देशन की मांग की है। सेतु निगम का कहना है कि निर्माण सामग्री के टुकड़ों को उचित मात्रा में देना आवश्यक है। ऐसे में सेतु निगम की यह नई मांग टेंडर जारी करने की प्रक्रिया में अटकाव डाला जा सकता है।