sixlane highway from Agra to Gwalior: मुरैना से होते हुए , ग्वालियर पहुंचने में लगेंगे सिर्फ 45 मिनट, 2200 करोड़ खर्च करेगी भारत सरकर, फटाफट जाने पूरा प्लान
sixlane highway from Agra to Gwalior: आगरा से ग्वालियर तक प्रस्तावित सिक्सलेन हाइवे के लिए रूट अलाइनमेंट का तैयारी कर लिया गया है और इसको भूतल परिवहन मंत्रालय के समक्ष पेश किया गया है। इस हाइवे का मुख्य उद्देश्य ग्वालियर से आगरा के बीच सफर को तेज़ करना है। इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 2200 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है और इसकी लंबाई 88 किलोमीटर तक की होगी।
नया सिक्सलेन हाइवे बनने के बाद ग्वालियर से आगरा की दूरी एक से सवा घंटे में तय की जा सकेगी, जो कि वर्तमान में लगभग 2 घंटे का समय लगता है। नए रूट अलाइनमेंट में सिक्सलेन हाइवे ग्वालियर से आगरा के बीच शनिश्चरा मंदिर के पास से गुजरेगा, जिससे यात्रा तेज़ और सुगम होगी।
नेशनल हाइवे आफ इंडिया अथॉरिटी के कंसलटेंट से सभी तकनीकी विवरणों के साथ रूट अलाइनमेंट को तैयार कर लिया गया है और इसके बाद यह प्रस्तावित हाइवे भूतल परिवहन मंत्रालय के समक्ष पेश किया गया है। प्रस्तावित हाइवे के रूट अलाइनमेंट को 15 सितंबर तक स्वीकृति मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। यह हाइवे से मुरैना से ग्वालियर पहुंचने में भी 45 मिनट का समय बचाएगा।
आगरा से ग्वालियर तक प्रस्तावित छह लेन हाईवे का रूट एलाइनमेंट मंजूरी के लिए भूतल परिवहन मंत्रालय को भेजा गया है। 15 सितंबर तक मंजूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. 2,200 करोड़ रुपये की यह परियोजना 88 किमी लंबी होगी। इससे ग्वालियर से आगरा तक का सफर एक से डेढ़ घंटे में पूरा हो सकेगा।
आगरा और ग्वालियर के बीच छह लेन राजमार्ग का मार्ग संरेखण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के लिए काम करने वाले एक सलाहकार द्वारा तैयार किया गया है। हाईवे शनिश्चरा मंदिर के पास से आगरा से धौलपुर और धौलपुर से मुराना, दिमनी होते हुए ग्वालियर पहुंचेगा। नए मार्ग संरेखण से आगरा से ग्वालियर की दूरी घटकर 88 किमी रह जाएगी। वैसे, अभी फोरलेन से यह सफर तय करने में 2 घंटे का समय लगता है।
नये सिक्स लेन हाईवे के बनने से ग्वालियर से आगरा की दूरी एक से डेढ़ घंटे में तय हो जायेगी। सिक्स लेन हाईवे का रूट एलाइनमेंट तैयार कर अनुमोदन हेतु भूतल परिवहन मंत्रालय, भारत सरकार को अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया गया है। एक बार मार्ग संरेखण स्वीकृत हो जाने के बाद, एनएचएआई परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू करेगा। हाईवे से मुराना से ग्वालियर पहुंचने में भी 45 मिनट लगेंगे।
छह लेन का हाईवे 88 किलोमीटर की लंबाई में बनेगा। छह लेन हाईवे के किनारे लोगों को वाहन पार्क करने की सुविधा के लिए इसकी चौड़ाई 60 मीटर रहेगी। इस प्रकार छह लेन हाईवे के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण 60 मीटर की चौड़ाई में किया जाएगा। 60 मीटर चौड़ी जमीन मिलने के बाद अधिकतम 40 मीटर चौड़ा हाईवे बनाया जाएगा। कुछ स्थानों पर छह-लेन राजमार्गों की चौड़ाई 35 से 40 मीटर और 40 से 55 मीटर हो सकती है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अनुसार, ग्वालियर और आगरा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर 24 घंटे में 48,000 वाहन चल रहे हैं, जबकि दो साल पहले यह आंकड़ा 36,000 वाहन था। तेजी से बढ़ते ट्रैफिक लोड के कारण फोरलेन हाईवे पर दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। हाल ही में भूतल परिवहन मंत्रालय ने आगरा से ग्वालियर के बीच छह लेन हाईवे निर्माण की प्रक्रिया शुरू की है।
जिले की 250 हे. निजी जमीन का किया जाएगा अधिग्रहण छह लेन हाईवे प्रोजेक्ट रिपोर्ट की डिटेल का अध्ययन करें ग्वालियर से आगरा के बीच हाईवे तैयार करने के लिए किसानों की 570 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। मुराना जिले में अंबाह, मुराना और बानमोर तहसील की 250 हेक्टेयर निजी भूमि का उपयोग छह लेन राजमार्ग के लिए किया जाएगा। 250 हेक्टेयर जमीन किन किसानों से ली जाएगी, इसका डाटा एनएचएआई ने तैयार कर लिया है। इसी क्रम में भूमि अधिग्रहण हेतु धारा 3(ए) की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।
ग्वालियर से सीधे दिल्ली पहुंचने की तैयारी आवागमन की सुविधा बढ़ाने के लिए भूतल परिवहन मंत्रालय ने यमुना एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद आगरा-ग्वालियर छह लेन हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आगरा से ग्वालियर के बीच छह लेन हाईवे बनने से अब ग्वालियर से लोगों को दिल्ली पहुंचने में सिर्फ पांच से साढ़े पांच घंटे लगेंगे। अभी सड़क मार्ग से ग्वालियर से दिल्ली पहुंचने में साढ़े छह घंटे का समय लगता है। सिक्स लेन हाईवे से सबसे ज्यादा फायदा उन गंभीर मरीजों को होगा, जिन्हें आपात स्थिति में ग्वालियर से दिल्ली रेफर किया जाता है। एंबुलेंस से दिल्ली जाने वाले मरीजों को साढ़े पांच घंटे का सफर तय कर बड़े मेडिकल सेंटर में इलाज मिल सकेगा।