अंजीर की खेती के लिये उन्नत किस्म और अच्छी पैदावार का आसान तरीका

Anjeer Ki Kheti : आप सभी जानते है की आज के समय में, युवा किसान अपनी खेती को नए दिशा में बदल रहे हैं, और इसमें अंजीर की खेती एक बड़ा कमाई का स्रोत बन रही है। अंजीर की खेती से कम लागत में ज्यादा मुनाफा हासिल किया जा सकता है, इसलिए इस लेख में हम आपको इस खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
अंजीर की खेती के प्रमुख क्षेत्र
भारत के कई राज्यों में, अंजीर की खेती बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, पंजाब और हरियाणा में किसान इसे बड़े पैम्बर में कर रहे हैं। इन राज्यों में बाजार में अंजीर की बढ़ती मांग को देखते हुए तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में भी किसान बड़े पैमाने पर अंजीर की खेती कर रहे हैं।
उपयुक्त जलवायु और मिट्टी
अंजीर की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु मध्यम तापमान और शुष्क जलवायु होती है। तापमान 25 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड और मिट्टी का पीएच 6 और 7 के बीच होना चाहिए। उचित जल निकास वाली भूमि और दोमट मिट्टी इस खेती के लिए उपयुक्त हैं।
खेती से पैदावार
एक एकड़ भूमि में अंजीर की खेती से लगभग एक से डेढ़ साल के भीतर पैदा होने लगती है। प्रति वर्ष एक पेड़ से लगभग 20 से 25 किलोग्राम फल होता है, जिसका बाजार मूल्य लगभग 800 रुपये से 800 रुपये के बीच होता है। इसका मतलब है कि एक एकड़ में अंजीर की खेती से आप आसानी से लाखों कमा सकते हैं।
अंजीर की खेती से मिलने वाले लाभ
अंजीर की खेती में कम लागत और मेहनत की जरूरत नहीं होती है।
शुष्क और मध्यम तापमान वाले क्षेत्रों में उच्च पैदावार होती है।
बाजार में अंजीर की बढ़ती मांग से किसानों को अच्छी आमदनी हो रही है।
इस तरह, अंजीर की खेती एक लाभकारी विकल्प है जो किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा प्रदान कर सकता है। इसे आजमाएं और खुद देखें कैसे यह खेती आपके किसानी करियर को नए ऊचाईयों तक पहुंचा सकती है।