Haryana Update : हरियाणा मे प्रदूषण पहुँचा ऊंचे स्तर पर, क्या सरकार करेगी हरियाणा मे स्कूल बंद, जाने पूरी जानकारी

हरियाणा में क्यों बढ़ रहा है प्रदूषण का स्तर
प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सरकार हर साल पराली जलाने पर रोक लगाती है। सरकारी प्रयासों से पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन प्रदूषण के स्तर में कमी नहीं आई है। अब प्रदूषण के कारणों का अध्ययन किया जाएगा और इसे कम करने का प्रयास किया जाएगा। वैज्ञानिक अध्ययन के बाद फरीदाबाद की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अगस्त 2024 तक पानीपत, सोनीपत और गुरुग्राम में प्रदूषण अध्ययन को भी मंजूरी दे दी गई है।
क्या हरियाणा में भी होगी स्कूलों की छुट्टियाँ (हरियाणा में स्कूल बंद)
दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ और श्वसन संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में नवंबर तक छुट्टी करने का फैसला किया है अगर हरियाणा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता रहा तो हरियाणा सरकार को स्कूल बंद करने का फैसला लेना पड़ सकता है।
प्रदूषण के प्रमुख कारक
पर्यावरण विशेषज्ञ और पीजीआई स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर रवींद्र खैवाल ने कहा कि न केवल पराली जलाने से प्रदूषण होता है, बल्कि वाहनों का धुआं, कूड़ा, रेस्तरां के ओवन और टायर घिसने से निकलने वाली धूल भी प्रदूषण बढ़ाती है। वाहनों और उद्योगों से निकलने वाला धुआं और कूड़ा-कचरा जलाने से भी प्रदूषण होता है।
प्रदूषण का स्तर निर्धारित किया जाएगा
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन राघवेंद्र राघव ने कहा कि इस बार राज्य में बहुत कम पराली जलाई गई, लेकिन प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। इस जांच से वाहन और गैर-वाहन प्रदूषण स्रोतों और जमीनी स्तर के प्रदूषण के कारणों का पता चलेगा। इससे हमें यह भी पता चल जाएगा कि प्रदूषण कब बढ़ा है।