Haryana Pollution Update : हरियाणा सरकार ने उठाया अहम कदम, पराली जलाने के खिलाफ उठाया कदम, जाने जानकारी

हरियाणा ने पराली जलाने में 38 प्रतिशत की कमी लाने के लिए त्वरित कार्रवाई की है
हरियाणा सरकार पराली प्रबंधन में किसानों को 600 करोड़ रुपये की सब्सिडी देती है
हरियाणा ने एक्स सीटू स्ट्रॉ मैनेजमेंट स्कीम-2023 लॉन्च की
सरकार ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए हरियाणा के फरीदाबाद और गुरुग्राम में बीएस-III पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
चंडीगढ़, 8 नवंबर- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि राज्य में धान की कटाई का 90% काम पूरा हो चुका है और सरकार पराली जलाने से निपटने के उपायों को बढ़ावा दे रही है।
श्री कौशल ने आज केंद्रीय कैबिनेट सचिव द्वारा बुलाई गई बैठक में एनसीआर में पराली जलाने को नियंत्रित करने और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने हरियाणा में 36.5 लाख एकड़ धान की खेती के सरकारी प्रयासों की जानकारी दी. इसमें लगभग 18.36 लाख एकड़ बासमती और लगभग 18.2 लाख एकड़ गैर-बासमती की खेती शामिल है।
श्री संजीव कौशल ने कहा कि सरकार वायु गुणवत्ता सूचकांक बनाये रखने के प्रति सजग है। उन्हें बताया गया कि पिछले वर्ष की तुलना में 2023 में पुआल जलाने की घटनाओं में 38% की कमी आई है, जो पिछले दो वर्षों में 57% से अधिक थी।
श्री कौशल ने बताया कि आग पर काबू पाने में विफल रहने पर उपायुक्तों और थाना प्रभारियों को दोषी ठहराया गया है. सरकार ने खेतों में आग लगने के मामले में 1,256 चालान भी जारी किए हैं। खेतों में आग लगने से संबंधित 72 एफआईआर दर्ज की गईं, जिनमें से 32 पर ₹55 लाख का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा आग बुझाने के लिए 44 स्थानों पर दमकल गाड़ियां भेजी गई हैं.
श्री कौशल ने कहा कि राज्य सरकार ने 30 नवंबर तक या वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जीआरपीए चरण III को रद्द किए जाने तक गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में 4-पहिया बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल एलएमवी पर प्रतिबंध लगा दिया है। (आपातकालीन सेवाओं, पुलिस और प्रवर्तन के लिए उपयोग किए जाने वाले सरकारी वाहनों को छोड़कर) इन जिलों (1) में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल एलएमवी (4 पहिया वाहन) का उपयोग करते पाए जाने पर मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 194 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एनसीआर जिलों में पंजीकृत वाहनों पर होलोग्राम आधारित रंगीन स्टिकर लगाने के संबंध में 14 नवंबर, 2018 से 31 जनवरी, 2023 के बीच लगभग 10 लाख वाहनों को कलर-कोड किया गया है।
उन्होंने कहा कि कई पराली प्रबंधन योजनाओं के लिए 600 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है।
इन उपकरणों का उद्देश्य बायोमास-आधारित परियोजनाओं के लिए भूसे के बदले भूसे की आपूर्ति सुनिश्चित करना है, जिससे पुआल जलाने में कमी आएगी और पर्यावरण समर्थित खेती को बढ़ावा मिलेगा।