Haryana January Holiday : बच्चों की हुई मौज, शीतलहर के बढ़ते खतरे को देख राज्यों ने स्कूलों को बंद रखने का निर्णय, इस दिन तक बंद रहेंगे स्कूल
Haryana January Holiday : शीतलहर और कड़ाके की ठंड के मौसम में, विभिन्न राज्यों ने स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। हरियाणा, पंजाब, बिहार, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने शीतलहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए विद्यालयों को अवकाश पर भेजने का निर्णय लिया है। इस लेख में हम इस निर्णय के पीछे के कारणों को समझेंगे और विभिन्न राज्यों के स्कूलों की स्थिति को जानेंगे।
स्कूल बंद रखने का निर्णय राज्यों की तरफ से
हरियाणा: हरियाणा सरकार ने सभी कक्षाएं 20 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया है। मिडिल, हाई, और सीनियर सेकेंडरी स्कूल सुबह 10:00 बजे से 3:00 बजे तक संचालित होंगी।
पंजाब: पंजाब में कक्षा 5 तक के सभी स्कूल 21 जनवरी तक बंद रहेंगे।
बिहार: बिहार सरकार ने भी शीतलहर और कड़ाके की ठंड को देखते हुए स्कूलों को 20 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश: अयोध्या जिले में 20 जनवरी तक स्कूलों को अवकाश घोषित किया गया है, जबकि पूरे प्रदेश में 23 जनवरी से स्कूलों को खोला जाएगा।
बरेली: बरेली में तापमान में गिरावट के कारण 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश बढ़ा गया है।
स्थानीय स्तिथि के अनुसार स्कूल बंद
विभिन्न जिलों में भी अलग-अलग तारीखों पर स्कूल बंद रहेंगे, जैसे कि दरभंगा, समस्तीपुर, गया, और उत्तर बिहार के कई जिलों में। यह स्थानीय स्तिथि के आधार पर अवकाश घोषित किया गया है।
मौसम के कारण: शीतलहर और कड़ाके की ठंड के मौसम में स्कूलों को बंद रखना छात्रों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
स्थानीय स्तिथि का महत्व: स्थानीय स्तिथि के अनुसार स्कूलों को बंद रखना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है, जिससे छात्रों को किसी भी आपदा से बचाया जा सके।
शीतलहर और कड़ाके की ठंड के मौसम में स्कूलों को बंद रखने का निर्णय स्थानीय स्तिथि के आधार पर लिया गया है ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। यह निर्णय राज्य सरकारों के स्वास्थ्य और शिक्षा विभागों के सही दिशा में कदम उठाने का प्रतीत होता है। छात्रों की स्वस्थता और सुरक्षा को मध्यम से प्रमोट करने के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण है। आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि करने के लिए, स्थानीय राज्य सरकारों की वेबसाइट पर जांच करें।
अधिसूचना: यह आलेख केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से है, कृपया आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि करें।