Haryana Holiday : सीएम खट्टर का ऐलान, राम मंदिर समारोह के दिन 22 जनवरी को हरियाणा में शराब की दुकानें रहेंगी बंद, साथ-साथ इन चीजों का भी अवकाश
Haryana Holiday : हरियाणा के मुख्यमंत्री, सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 22 जनवरी को शराब की दुकानों को बंद रखने का ऐलान किया है। इस अद्भुत घड़ी में, जब पूरा देश राममय हो रहा है, हरियाणा ने भी इस मौके का समर्थन किया है।
खट्टर का बड़ा फैसला: राम मंदिर समारोह के दिन ड्राई डे
सीएम खट्टर ने सोमवार को पंचकूला में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में अपने ऐलान को साझा करते हुए कहा, "राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर हरियाणा में 22 जनवरी को शराब की दुकानें बंद रहेंगी।" इससे हरियाणा में शराब की खप्पी में बड़ा बदलाव होगा।
अन्य राज्यों में भी ड्राई डे का ऐलान
खट्टर के ऐलान के साथ ही, देश के कई अन्य राज्यों ने भी राम मंदिर समारोह के दिन शराब की दुकानें बंद रखने का फैसला किया है। इन राज्यों में यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, असम, उत्तराखंड, और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। यह भारतीय सांस्कृतिक महोत्सव को और भी धाराप्रवाह बनाए रखने का प्रयास है।
राम मंदिर समारोह में शामिल होने वाले विशेष अतिथियों की संख्या
हरियाणा में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले विशेष अतिथियों की संख्या भी अच्छे से बढ़ी है। इसमें 100 साधु-संत, 65 उद्योगपति, समाजसेवी, और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल हैं। गुरुग्राम से भी विभिन्न मंदिर-मठ और आश्रमों के 15 संतों को न्योता दिया गया है।
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन हरियाणा में ड्राई डे घोषित है।
अन्य राज्यों में भी राम मंदिर समारोह के दिन शराब की दुकानें बंद रहेंगी।
सीएम खट्टर ने राम मंदिर के समारोह को और भी महत्वपूर्ण बनाने के लिए यह निर्णय लिया है।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर हरियाणा में शराब की दुकानों को बंद रखने का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यह साबित होता है कि देश ने इस ऐतिहासिक समारोह को समर्थन दिया है और इसे विशेष बनाए रखने के लिए तैयार है। इस अवसर पर शराब की दुकानों को बंद रखना एक सांस्कृतिक संदेश है, जो देशवासियों के बीच एकता और समरसता की भावना को मजबूती से प्रमोट करता है।
राम मंदिर समारोह के दिन हरियाणा में शराब की दुकानें बंद रहने के निर्णय ने देशभर में एक ऐतिहासिक उत्सव का माहौल बना दिया है, जिसे लोग उत्साहपूर्वक स्वीकार कर रहे हैं।