Haryana Free Smartphone Scheme : हरियाणा में 25,962 आंगनबाडी कर्मचारियों की हुई मौज, ताऊ खट्टर ने बांटे फोन, जाने
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि सभी कर्मचारियों को मोबाइल फोन मिलने से विभागीय सेवा से संबंधित ग्यारह मैनुअल कार्य रजिस्टर भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विकास को और गति देने के लिए हर कोई नवीनतम तकनीक का उपयोग कर सकता है।
राज्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हाल ही में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से बातचीत करते हुए कई घोषणाएं की थीं.
10 साल से अधिक अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 12,661 रुपये से बढ़ाकर 14,000 रुपये कर दिया गया है, जबकि 10 साल से कम अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 11,401 रुपये से बढ़ाकर 12,500 रुपये कर दिया गया है. 6781 से 7500 रु. इतना ही नहीं वर्दी भत्ता भी बढ़ा दिया गया है.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की पेंशन 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये और आंगनवाड़ी सहायिकाओं की पेंशन 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है। इस अवसर पर विभाग की आंगनबाडी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।
राज्य के 22 जिलों की 25,962 आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, 1,016 पर्यवेक्षकों और 148 सीडीपीओ को बुलाया गया है. कैथल जिले में 1326 मोबाइल फोन वितरित किये गये हैं।
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा कैथल की अतिरिक्त अनाज मंडी में एक समारोह में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल फोन वितरित करते हुए बोल रहे थे।
राज्य मंत्री ने कहा कि कैथल जिले में 1270 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, 49 पर्यवेक्षकों और सात महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों को मोबाइल फोन दिए गए हैं।
इस प्रणाली से आंगनवाड़ी केंद्रों का काम बेहतर, तेज होगा और समय की बचत होगी। आज विभाग की कई महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे आईसीडीएस, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, बाल संरक्षण प्रणाली आदि पर लाभार्थियों का रियल टाइम डेटा भरा जा रहा है।
उन्होंने कहा, सरकार ने राज्य में 4,000 स्कूल खोले हैं. भविष्य में चार हजार और खेल स्कूल खुलेंगे। जिले में 240 प्ले स्कूल सक्रिय हैं। सरकार ने 25,962 राज्य आंगनवाड़ी केंद्रों को सौर ऊर्जा से जोड़ा है।
पहले चरण में सरकारी भवनों में चल रहे 9,500 आंगनवाड़ी केंद्रों में से 5,108 को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा. कामकाजी महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में कामकाजी महिलाओं के बच्चों के लिए 500 नये क्रेच खोले जायेंगे