मार्केट में आई गेहूं की नई किस्म जो दे रही है किसानों को बंपर पैदावार, अच्छी पैदावार लेने के लिये जरूर देखे
New Varieties Of Wheat : रबी की फसल में गेहूं का महत्वपूर्ण स्थान है और यह भारतीय किसानों की मुख्य फसल है। लेकिन अब किसानों को इसमें उत्पादकता बढ़ाने के लिए नई तकनीकों की जरूरत है और इसमें सफलता हासिल की है भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल ने।
गेहूँ की प्रमुख समस्याएँ
आजकल किसानों को अच्छी उपज प्राप्त करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कीटनाशक, उर्वरक और अन्य खर्च। इससे किसानों को घरेलू खर्च चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गेहूं की नई किस्मों का परिचय
भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान, करनाल द्वारा विकसित पांच नई गेहूं किस्मों का परिचय निम्नलिखित है:
विभिन्न प्रकार का उत्पादन (प्रति हेक्टेयर)
डीबीडब्ल्यू 372 80 क्विंटल
डीबीडब्ल्यू 371 80 क्विंटल
डीबीडब्ल्यू 370 80 क्विंटल
डीबीडब्ल्यू 55 80 क्विंटल
डीबीडब्ल्यू 316 80 क्विंटल
डीबीडब्ल्यू 327 - गेहूं की एक उत्कृष्ट किस्म
इन पांच नई किस्मों में से एक, डीबीडब्ल्यू 327 (DBW 327), किसानों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 35 क्विंटल तक उपज दे सकती है.
डीबीडब्ल्यू 327 की विशेषताएं:
इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अद्भुत है, जिससे फसल प्रभावित नहीं होती।
यह अधिक धूप, कम ठंड और कम बारिश जैसी मौसम की स्थितियों को बहुत अच्छी तरह से सहन करता है।
इससे प्रति एकड़ 30 से 35 क्विंटल तक उपज मिल सकती है.
इसके अलावा, डीबीडब्ल्यू 327 किस्म का प्रमुख विस्थापन पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है।